भारत ने इजराइल से अपने नागरिको को वापिस लाने के लिए “Operation Ajay” आज 12 अक्टूबर 2023 को लॉन्च कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इजरायल से भारतीयों को निकालने के लिए “Operation Ajay” के बारे में मीडिया को संबोधित किया।
उन्होंने भारतियों को इजराइल से वापिस लाने के लिए सरकार की तरफ से की गई तैयारियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया की पहली फ्लाइट आज देर शाम को पहुंचेगी और कल सुबह यानी 13 अक्टूबर को भारतीयों को इजराइल से वापिस लाएगी। पहली फ्लाइट की कंडीशन के हिसाब से लगभग 230 लोगों को वापिस लाएगी, लेकिन ये एकदम सही नंबर नहीं है। फ्लाइट के पैरामीटर के हिसाब से नंबर ऊपर निचे हो सकते है।
उन्होंने अपने सम्बोधन में इजराइल में रह रहे भारतीयों से आग्रह किया की जो लोग वापिस आना चाहते है वो भारतीय एम्बेसी में खुद को रजिस्टर करें। उन्होंने आगे कहा की जरुरत के हिसाब से फ्लाइट्स को भेजा जायेगा।
पहली फ्लाइट से 212 भारतीयों की वापसी हुई
इजराइल में लगभग 18000 भारतीय लोग है और उनमे छात्रों की संख्या काफी काम है। अभी तक किसी भी भारतीय को किसी तरह का कोई नुक्सान नहीं हुआ है। अरिंदम जी ने कहा कि अगर किसी को एम्बेसी तक पहुँचने में कोई परेशानी हो रही हो तो वो हेल्पलाइन पर संपर्क कर सकते है।
विदेश मंत्री Dr S Jaishankar ने अपने tweeter यानी X हैंडल के द्वारा “Operation ajay” की जानकारी दी
भारत के ऑपरेशन्स का इतिहास
भारत ने ऑपरेशन अजय से पहले भी बहुत सारे ऑपरेशन लांच किये थे। युद हो , प्राकृतिक आपदा हो भारत ने हमेशा से ही अपने देशवासियों की घर वापसी करवाई है। उनमे से कुछ ऑपरेशन के बारे में हमने निचे लिखा है :
ऑपरेशन कावेरी 2023
2023 में सूडान में गृहयुद्ध शुरू हुआ था जिसमे बहुत ज्यादा हिंसा हुई थी। इसी बिच वहां पर रह रहे भारतियों को वापिस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन कावेरी शुरू कर दिया था। इस ऑपरेशन में भारतीय आर्मी ने एयर और समुंदर के रास्ते भारतियों को वहां से निकला था।
ऑपरेशन दोस्त 2023
2023 में ही तुर्की में भयंकर भूकंप आया था जिसमे हज़ारों लोगों की जान चली गयी थी। इस भूकंप का सबसे ज्यादा असर तुर्की और सीरिया में देखा गया था। बहुत सारे लोग मलबे में दबे हुए थे और इसी बीच भारत ने ऑपरेशन दोस्त लांच किया था। भारत की सर्च और रेस्क्यू टीमें तुर्की पहुंची थी और हर तरह की सहायता की थी। तुर्की के कई लोगों ने भारतीय टीमों को भगवान् का दर्जा भी दिया था। भारत की तरफ से बहुत सारी राहत सामग्री भी भिजवाई गई थी। यदि आप कंगन ढूंढ रहे हैं। बॉडी-हगिंग से लेकर स्ट्रक्चर्ड, कफ से लेकर चेन तक, हर लुक के अनुरूप कुछ न कुछ है chain bracelet और कफ.
ऑपरेशन गंगा 2022
जैसा की हम सभी जानते है की 2022 में रूस और यूक्रेन की जंग शुरू हो गयी थी। इसी जंग की बीच दुनिया के अलग अलग देशों के लोग, जिनमे ज्यादातर छात्र थे, यूक्रेन में फस गए थे।
भारतीयों को वापिस लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू कर दिया था। सारी दुनिया ने देखा था की कैसे रूस ने युद्ध के बीच में भारतीयों को निकालने में साथ दिया था।
युद्ध के दौरान भारतीयों को हंगरी , पोलैंड , माल्डोवा और स्लोवाकिया आदि देशों की मदद से भारत लाया गया था।
ऑपरेशन देवी शक्ति 2021
2021 में अफगानिस्तान में तालिबान ने जीत हासिल की थी और वहां की सरकार को निकल दिया था। इस युद्ध के बीच में भारत के काफी लोग वहां फस गए थे। उनको अपने देश वापिस लाने के लिए भारत ने ऑपरेशन देवी शक्ति शुरू किया था।
ऑपरेशन समुन्दर सेतु 2020
सारी दुनिया में २०२० में कोरोना वायरस फ़ैल गया था। पूरी दुनिया घरों में बंद हो गई थी। सारे देशों ने अलग अलग नियम बना दिए थे ताकि ये बीमारी ज्यादा न फ़ैल सके। ये बीमारी लम्बे समय तक चली थी। इस समय भी भारत के बहुत सारे लोग अलग अलग देशों में फस गए थे। उनकी घर वापसी के लिए ऑपरेशन समुन्द्र सेतु लांच किया गया था।
ऑपरेशन संकट मोचन 2016
दक्षिणी सूडान में 2016 में सिविल युद्ध शुरू हो गया था। इस युद्ध में भी काफी भारतीय लोग वहां फस गए थे। उन्हें वापिस लाने के लिए भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन संकट मोचन लांच किया था।